UP सरकार ने वापस लिया रात में रोडवेज बसों के संचालन पर रोक का फैसला, जानें- क्या है नई व्यवस्था
शासन ने कोहरे के चलते होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए रोडवेज की बसों को रात में चलाने पर रोक लगाई थी जिसके बाद अधूरे सफर में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब फैसला बदलकर सिर्फ घने कोहरे में ही बस रोकने के निर्देश दिए हैं।
यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब घने कोहरे में ही रोडवेज की बसों के पहिए रुकेंगे। अन्यथा दिन हो या रात बसें निर्बाध ढंग से चलती रहेंगी। बुधवार को शासन ने एक दिन पहले दिए गए अपने निर्देश रात आठ से सुबह आठ बजे तक बसों के संचालन पर रोक को वापस ले लिया। इसके बाद लोगों की राह आसान हो गई। गोरखपुर बस स्टेशन पर देर रात तक लखनऊ, देवरिया और कुशीनगर रूट की बसें चलती रहीं। 11 बजे के बाद कोहरा घना होने पर स्टेशन परिसर में खड़ी हो गईं।
ये है नई व्यवस्था
नई व्यवस्था के तहत बस के छूटने के बाद अगर रास्ते में दृष्यता कम हो जाती है तो कंडक्टर नजदीक वाले स्टेशन या पेट्रोल पंप पर बस खड़ी कर देंगे। दृष्यता होने के बाद ही बस लेकर आगे बढ़ेंगे। शासन ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देशित कर दिया है। रात दस बजे के आसपास गोरखपुर से लखनऊ के लिए बस लेकर रवाना होने वाले कंडक्टर गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि गोरखपुर में अभी कोहरा नहीं है। रास्ते में घना कोहरा पड़ने पर पास वाले स्टेशन या पेट्रोलपंप पर बस खड़ी कर देंगे।
रोक लगने पर बसों के इंतजार में भटकते रहे यात्री
दरअसल, मंगलवार को शासन ने 15 जनवरी तक रात आठ से सुबह आठ बजे तक बसों के संचालन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद रात होते ही बसों के पहिए जगह-जगह थम गए। यात्री बसों के इंतजार में भटकते रहे। गोरखपुर परिक्षेत्र में अफरातफरी मच गई। हालांकि, रात में बसों के नहीं चलने की सूचना पर अधिकतर यात्री दिन में यात्रा पर निकल गए। गिनती के यात्री ही स्टेशन पहुंचे, जिनमें महराजगंज, कप्तानगंज और ठूठीबारी आदि लोकल रूटों के यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी।
25 यात्री होने पर ही रवाना होगी बस
दैनिक जागरण ने 21 दिसंबर के अंक में यात्रियाें की समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके तिवारी के अनुसार शासन के निर्देश पर अब घने कोहरे में ही बसों का संचालन रुकेगा। कम से कम 25 यात्री होने पर ही यात्री स्टेशन से रवाना होगी। फाग लाइट, परावर्ती टेप, इंडिकेटर होने पर ही बसों को चलने की अनुमति दी जाएगी। प्रयास किया जा रहा है कि यात्रियों को परेशानी न उठानी पड़े।
अब डिस्प्ले बार्ड पर मिलेगी बसों की अपडेट जानकारी
यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। स्टेशन परिसर पहुंचने वाले यात्रियों को बसों की जानकारी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले बोर्ड पर ही बसों की अपडेट जानकारी मिल जाएगी। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक महेश चंद्र के अनुसार डिस्प्ले बोर्ड के लिए परिवहन निगम ने मुख्यालय लखनऊ को प्रस्ताव भेजा गया है। वैसे ही स्टेशन परिसर में पूछताछ काउंटर खोला गया है। बसों की सूचना को उद्घोषित भी किया जाता है।